11. ....................... इलेक्ट्रॉनों की समान संख्या वाले परमाणु/ अणु/आयन होते हैं।
Ans : (c) इलेक्ट्रॉनों की समान संख्या वाले परमाणु/अणु/आयन आइसोइलेक्ट्रॉनिक कहलाते है। समान प्रोटॉनों की संख्या वाले परमाणु/अणु/आयन समस्थानिक (Isotope) कहलाते है।
12. जिस तापमान पर किसी गैस का आयतन शून्य हो जाता है उसको क्या कहते हैं?
Ans : (b) जिस तापमान पर किसी गैस का आयतन शून्य हो जाता है उसको परम शून्य ताप कहते हैं। T एक परमताप है। यदि गैस का आयतन शून्य हो जाए तो वहां पर गैस का अणु विद्यमान नहीं होगा। अणु के न होने के कारण वहाँ पर कोई आन्तरिक आकर्षण या प्रतिकर्षण (अणुओं के बीच) भी नहीं होगा तथा न ही कोई आन्तरिक ऊर्जा होगी। हम जानते है कि T=f(u) जहां u= आंतरिक ऊर्जा है। यदि u= 0 तो T = 0K अतः आयतन शून्य होने पर तापमान भी 0°K होगा। जीरो डिग्री कैल्विन तापमान को ही परमशून्य तापमान कहते है।
13. बॉयल के नियम के अनुसारः
Ans. (b) : बॉयल का नियम- नियत तापमान पर दिये गये किसी निश्चित द्रव्यमान के दाब तथा आयतन का गणनफल P= C/V , PV=C चार्ल्स का नियम- स्थिर दाब पर किसी गैस के निश्चित द्रव्यमान का आयतन परम तापमान के अनुक्रमानुपाती होता है। V α T जहां T = परमताप V=CT V = आयतन V/T=C
14. 27°C तापमान पर स्थित किसी आदर्श गैस को एक नियत दाब पर तब तक गर्म किया जाता है जब तक कि इस गैस का आयतन दोगुना ना हो जाए। गैस का अंतिम तापमान होगाः
Ans. (b): Tl = 27°C = 273 + 27 = 300°K Tl = 300°K, T2 = ? V1 = V तथा V2 = 2V नियत दाब पर, V α T या, Vl/Tl =V2/T2 से T2=V2/V1×T1 =2V/2×300=600K T2 600-273 = 327°C T2 = 327°C
315. अभिलाक्षणिक गैस समीकरण PV= nRT किस गैस के लिए सही प्रकार से लागू होता है।
Ans : (c) अभिलाक्षणिक गैस समीकरण PV= nRT आदर्श गैस के लिए सही प्रकार से लागू होता है। अभिलाक्षणिक गैस समीकरण- आदर्श गैस के स्थिर द्रव्यमान के लिए, PV=nRT होता है। जब बॉयल एवं चार्ल्स के नियम संयुक्त करते है। तो गैस समीकरण नियम बनता है।
316. 27°C तापमान पर स्थित एक आदर्श गैस को स्थिर दाब पर तब तक गर्म किया जाता है जब तक कि इस गैस का आयतन दोगुना ना हो जाए।
Ans : (c) T1 = 27+ 273 = 300K T2 = ? VI = V and V2 = 2V (V α Tसे) V1/T1 = V2/T2 T2=V2×T1/V1 = 2V×300/V T2=2x300 = 600K T2=600K T2 = 600-273 = 327°C T2 = 327°C
17. निम्न में से कौन सा नियम गैस से संबंधित नहीं है?
Ans : (b) जूल का नियम-जब विद्युत तार में विद्युत धारा प्रवाहित होती है तो धारा प्रवाह से तार के प्रतिरोध के कारण इस तार में ऊष्मा उत्पन्न हो जाती है, इसे 'जूल का नियम' कहते हैं। उष्मा (ऊर्जा) का SI मात्रक जूल होता है। जबकि अन्य नियम गैस से सम्बन्धित हैं।
18. निम्न में से कौन विसरित नहीं होगा?
Ans. (d) सन् 1883 ई. में ग्राहम ने गैसों के विसरण की गति का नियम प्रतिपादित किया था। इस नियम के अनुसार 'निश्चित ताप और दाब पर विभिन्न गैसों के विसरण के आपेक्षिक वेग उनके घनत्व के वर्गमूल के विपरीत अनुपात में होते है यदि दो गैसों के आपेक्षिक घनत्व D1 एवं D2 हो तथा उनके विसरण वेग r1 और r2 हो तो r1/r2 = √D2/D1 चूंकि मेथी पाउडर गैस नहीं है अतः यह विसरित नहीं होगी।
19. विसरण के बारे में निम्नलिखित में से क्या सही नहीं है?
Ans : (a) ग्राहम के विसरण के नियम के अनुसार किसी विसरण की दर उसके कणों के द्रव्यमान के वर्गमूल के व्युत्क्रमानुपाती होती है। अर्थात् गैस के विसरण की दर उसके आयतन पर निर्भर नहीं करती है।
320. गैसों का कौन-सा गुण इन्हें सुवाह्य बनाता है?
Ans. (b) गैस का कोई निश्चित आकार तथा आयतन नहीं होता है। सामान्य वायुमंडलीय दाब पर किसी गैस के द्रवणांक कमरे के ताप से कम होते हैं। गैसों में संपीड्यता (Compressibility) बहुत अधिक होता है। जो उन्हें सुवाह्य बनाता है।